भारत समर्थक और चीन विरोधी… कौन हैं मार्को रुबियो, जिन्हें ट्रंप बनाने जा रहे अपना विदेश मंत्री

मार्को रुबियो सीनेट में चीन पर हार्डलाइन लेने के लिए जाने जाते हैं और भारत के साथ संबंधों को मजबूत करने के मुखर समर्थक हैं. पिछले कुछ साल में उन्होंने डिफेंस और व्यापार में अमेरिका-भारत सहयोग को गहरा करने के कोशिशों की वकालत की है.

राष्ट्रपति पद के लिए चुने गए डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने अमेरिकी सीनेटर मार्को रुबियो को विदेश मंत्री पद के लिए अपना उम्मीदवार चुना है. यह जानकारी रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से दी है. अगर पुष्टि हो जाती है, तो रुबियो जनवरी में ट्रंप के पदभार संभालने के बाद अमेरिका के टॉप राजनयिक के रूप में काम करने वाले पहले लैटिन अमेरिकन होंगे. फ्लोरिडा के मूल निवासी रुबियो को ट्रंप की शॉर्टलिस्ट में सबसे आक्रामक उम्मीदवारों में से एक माना जाता था.

2016 के रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के नामांकन के लिए पूर्व प्रतिद्वंद्वी रुबियो को चुनने का ट्रंप का फैसला उनकी विदेश नीति की दिशा में संभावित बदलाव का संकेत देता है. प्रमुख गठबंधनों के समर्थन और अमेरिकी विरोधियों पर आलोचनात्मक रुख के लिए जाने जाने वाले 53 वर्षीय रुबियो सीनेट में अनुभवी विदेश नीति का नजरिया लाते हैं.

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