राहुल गांधी और अमित शाह ने ऐसा क्या कह दिया कि चुनाव आयोग ने थमा दिए नोटिस?
हाल ही में, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के नेता अमित शाह के बयान पर चुनाव आयोग ने नोटिस जारी किए हैं। ये दोनों नेता चुनावी रैलियों में ऐसे बयान दे रहे थे, जिन्हें आयोग ने चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के रूप में देखा है।
- राहुल गांधी का बयान: राहुल गांधी ने एक रैली में आरोप लगाया कि भाजपा चुनाव जीतने के लिए धर्म और जाति का इस्तेमाल करती है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा चुनावों में ग़लत तरीके से धार्मिक भावनाओं को भड़काती है, जो कि चुनाव के दौरान निष्पक्षता को प्रभावित कर सकता है। चुनाव आयोग ने इस बयान को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन माना।
- अमित शाह का बयान: अमित शाह ने भी एक रैली में कांग्रेस पार्टी पर भ्रष्टाचार और देशद्रोह के आरोप लगाए थे। उन्होंने यह कहा कि अगर भाजपा सत्ता में आती है तो कांग्रेस के नेताओं को सजा दिलाई जाएगी। चुनाव आयोग ने इसे भी आचार संहिता के खिलाफ मानते हुए नोटिस जारी किया

चुनाव आयोग ने इन बयानों के कारण दोनों नेताओं को नोटिस जारी किया है और उनसे स्पष्टीकरण मांगा है। आयोग का कहना है कि ऐसे बयान चुनावी माहौल को प्रभावित कर सकते हैं और इससे चुनाव प्रक्रिया पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
इस पर दोनों नेताओं ने अपनी सफाई दी है, लेकिन आयोग इस मामले की जांच करेगा और तय करेगा कि क्या उनके बयानों से आचार संहिता का उल्लंघन हुआ है या नहीं।